“ओस की बूंदे है, आंख में नमी है, ना उपर आसमां है ना नीचे जमीन है ये कैसा मोड है जिन्दगी का.. जो लोग खास है उन्की की कमी हैं ” 💕💞 मैंने रब से कहा वो मुझे छोड़ के चले; पता नहीं उसकी क्या मजबूरी थी; रब ने कहा इसमें उसका कोई कसूर नहीं;Continue reading “Love Shayari..26”